पार्टी का रिपोर्ट कार्ड तैयार करने दिल्ली से आए कांग्रेस पर्यवेक्षक

उन्नाव। लोकसभा चुनाव की तैयारियां परखने और पार्टी संगठन की नब्ज टटोलने आए केंद्रीय पर्यवेक्षक के सामने ही कांग्रेस के दो गुटों में धक्कामुक्की हो गई। अन्य नेताओं ने बीचबचाव किया। इसके बाद केंद्रीय पर्यवेक्षक ने नहर निरीक्षण भवन में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से एक-एक कर अकेले में बात की। करीब दो बजे शुरू हुई बैठक देर शाम आठ बजे के बाद खत्म हुई।
विधान सभा चुनाव में शिकस्त खाई कांग्रेस, लोकसभा चुनाव में फूंक फूंक कर कदम बढ़ा रही है। रविवार को बतौर पर्यवेक्षक जिले का रिपोर्ट कार्ड तैयार करने आए दिल्ली के विधायक अनिल चौधरी ने मैराथन बैठक की। करीब 11 बजे जोनल उपाध्यक्ष मो. असलम रायनी के साथ पहुंचे पर्यवेक्षक ने पार्टी कार्यालय में जिला कमेटी पदाधिकारियों के अलावा वरिष्ठ नेताओं के साथ परिचयात्मक बैठक की। इस दौरान दयाशंकर शुक्ला सांसद अन्नू टंडन के पक्ष में अपने विचार रखने लगे तो पूर्व विधायक शिवपाल सिंह यादव ने कुछ टोकाटाकी की। इसके बाद पार्टी की गुटबाजी सबके सामने आ गई और अलग-अलग गुट के लोगों में आरोप-प्रत्यारोप से बैठक का माहौल बिगड़ गया। इस बीच बीच ही दो कार्यकर्ताओं में धक्कामुक्की भी हुई। इसके कुछ देर बाद ही बैठक समाप्त हो गई।
बैठक के बाद पर्यवेक्षक व दिल्ली से विधायक अनिल चौधरी करीब दो बजे नहर निरीक्षण भवन पहुंचे और जहां पीसीसी सदस्यों तथा पूर्व सदस्यों के अलावा पूर्व प्रत्याशियों, पूर्व विधायकों और पूर्व जिलाध्यक्ष व वरिष्ठ पदाधिकारियों को बारी-बारी बुलाकर बंद कमरे में अकेले में बातचीत की। सूत्रों के मुताबिक पर्यवेक्षक ने मौजूदा सांसद के प्रति लोगों में धारणा और अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर चर्चा की। देर शाम आठ बजे तक बैठक जारी रही। बैठक के बाबत जानकारी करने पर कांग्रेस जिलाध्यक्ष वीर प्रताप सिंह ने बताया कि पर्यवेक्षक ने इस बैठक से संबंधित कोई भी जानकारी मीडिया को देने से मना किया है।

Related posts

Leave a Comment